Bharat ke saat Ajoobe – मनुष्य की रचना चमत्कार से भरी हुई है चाहे वो पेरिस का Eiffel tower हो या फिर China का great wall, या फिर Burj khalifa. हर रचना का अपना एक इतिहास है और रोचक कहानी है| इन अजूबों की अपनी एक कहानी है, कोई सबसे प्राचीन है, कोई सबसे बड़ा है तो कोई अलौकिक है| और सबसे चौकाने वाली बात ये है की ये प्राचीन अजूबे आज जैसे hi-fi science या technology से नहीं बल्कि मानव के हाथों द्वारा बनाई गयी है| मतलब जरा सोचिये, उस ज़माने में भी क्या कारीगर हुआ करते थे!
आज के आर्टिकल में हम कुछ ऐसे ही अजूबों के बारे में बात करेंगे जो हमारे भारत में है| आज इस आर्टिकल में हम जानेंगे Bharat ke saat Ajoobe जो आज पुरे विश्व में जानी जाती है| तो चलिए शुरू करते है|
Bharat ke saat Ajoobe
Nalanda university (नालंदा विश्वविद्यालय), Bihar
ये बिहार की राजधानी पटना में स्तिथ है| वैसे तो आज ये एक खंडहर जैसा दीखता है लेकिन ये एक ज़माने में दुनिया का सबसे पुराना और प्रचलित विश्वविद्यालय हुआ करता था| यहाँ एक ज़माने में दस हज़ार से भी ज्यादा छात्रों को पढ़ाया जाता था| कहते है की उन्हें पढ़ने के लिए यहाँ हज़ारो शिक्षक मौजूद थे|
लेकिन बाद में आक्रमणकारियों ने इसे नष्ट कर दिया ताकि हिंदुस्तान की धरोहर और संस्कृति को पन्नों से हटाया जा सके| यहाँ एक ज़माने में बहुत सारी किताबें हुआ करती थी जिसे भी जला दिया गया|
अमृतसर, पंजाब का स्वर्ण मंदिर
जैसे की नाम से पता चल रहा है ये स्वर्ण (सोने) से बना है| ये पंजाब के अमृतसर में स्तिथ है जिसे ‘भगवान का घर’ भी कहां जाता है| ये सिख समुदाय के सबसे पुराने गुरूद्वारे में से एक है जिसे सिखों के 4th गुरु राम दास ने बनवाया था|
इस मंदिर के पास मौजूद सरोवर इस मंदिर में चार चाँद लगाता है| यहाँ दुनिया का सबसे बड़ा लंगर का आयोजन हर दिन किया जाता है जिसमे हर 15 मिनट में 3000 लोगो को खाना खिलाया जाता है|
TajMahal
ये उत्तर प्रदेश के आगरा में स्तिथ एक खूबसूरत संगमरमर का मकबरा है जिसे शाहजहां ने अपनी पत्नी मुमताज़ की याद में बनाया था| शायद आप इसके बारे में जानते भी होंगे! ये सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के अजूबों में शामिल है|
कहते है की इसे बनाने के लिए जिन सामग्री और चीज़ो की जरुरत पड़ी थी उन्हें 1000 हाथियों की सहायता से लाया गया था|
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ओडिशा में कोणार्क सूर्य मंदिर
ये मंदिर ओडिशा में कोणार्क नामक स्थान पर स्तिथ है जो जगन्नाथ पूरी से 35 km की दुरी पर स्तिथ है| ये मंदिर भगवान सूर्य को समर्पित है| इस मंदिर को राजा नरसिंघ देव 1 ने बनाया था| ये मंदिर बड़े रथ के आकार में बना है जिसमे कीमती pillar और धातुएं है| इस रथ में 7 घोड़े दर्शाए गए है जिसमे चार दाई तरफ और तीन बाई तरफ है|
ये मंदिर आज UNESCO world heritage site में शामिल है| इस मंदिर को पूर्व दिशा की ओर इस तरह से बनाया गया है की सूरज की पहली किरण सीधे मंदिर के प्रवेश द्वार में आए|
मध्य प्रदेश में खजुराहों का मंदिर
मध्य प्रदेश के खजुराहों में चंदेल राजाओं द्वारा बनाया गया खूबसूरत मंदिरो का समूह है| यहाँ जैन और हिन्दू धर्म की मूर्तियां उपस्थित है| ये मंदिर भी UNESCO world heritage site में शामिल है| ये मंदिर अपनी अनोखी वास्तुकला और कामुक मूर्तियों के लिए प्रसिद्ध है| इस मंदिर में शिल्प कला का ऐसा वर्णन किया गया है की कोई भी इसे देख हैरान हो जाएगा| मंदिरो की दीवारों पर कई तरह की कामुक मूर्तियों को दर्शाया गया है जो प्राचीन समय के काम वासना को दर्शाता है|
हम्पी मंदिर, कर्नाटक
हम्पी एक पर्यटक स्थल है जो दुनिया भर से पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है| ये मंदिर अपनी वास्तुकला के कारण जाना जाता है| कहते है की भगवान राम अपने भाई लक्ष्मण के साथ यहाँ सीता माता को ढूंढ़ते हुए आये थे|
गोमतेश्वर मंदिर, कर्नाटक
यहाँ मौजूद गोमतेश्वर की मूर्ति काफी अनोखी है| इस मूर्ति को 883 ई. में सिर्फ एक पत्थर से तराश कर बनाया गया था| इस मूर्ति की ऊंचाई इतनी अधिक है की इसे 30 km की दुरी से भी देखा जा सकता है|